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लूट की घटना का पुलिस ने किया खुलासा, मुठभेड़ के दौरान लूट के रुपए किए बरामद...

रिपोर्ट-संदीप कुमार 


कौशाम्बी : सैनी थाना क्षेत्र के नगिया मई गांव के पास 10 जून की शाम बाइक सवार स्टांप विक्रेता केशव प्रसाद मालवीय पुत्र स्वर्गीय पुरुषोत्तम मालवीय निवासी गांव रमसहाईपुर थाना मोहब्बतपुर पइंसा के साथ कार सवार बदमाशों द्वारा 5 लाख रुपए से अधिक की रकम लूट ली गयी थी। जिसके संबंध में थाना सैनी में मुकदमा संख्या 212/ 24 धारा 392 पंजीकृत किया गया था। जिसके बाद पुलिस अधीक्षक बृजेश श्रीवास्तव ने पांच टीमों का गठन कर लूट की घटना का सफल खुलासे का निर्देश दियआ। पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर पुलिस टीम सक्रिय हुई और उन्होंने लूट की घटना में लिप्त लोगों को लूट की रकम के साथ पकड़ना शुरू कर दिया। इसी क्रम में मंगलवार को रात्रि में मधवा मई गांव के पास पुलिस वाहन वाहन चेकिंग कर रही थी इसी दौरान आ रही एक मारुति 800 पुलिस को देखकर कुछ दूर पहले रुक गई तथा चालक द्वारा गाड़ी की लाइट बंद कर धीरे-धीरे पीछे किया जाने लगा। संदेह होने पर पुलिस बल द्वारा टार्च की रोशनी लगाकर गाड़ी को रोका गया तथा उसमें बैठे तीन लोगों को बाहर निकाल कर पूछताछ किया गया तो उनके द्वारा अपना नाम क्रमशः मोहम्मद समीर पुत्र शमशाद निवासी गांव समदा थाना मंझनपुर गौरव त्रिपाठी पुत्र कृष्णानंद त्रिपाठी निवासी वार्ड नंबर 2 परसरा चौराहा भरवारी थाना कोखराज और बादल कुशवाहा पुत्र अजमेर सिंह उर्फ कल्लू निवासी कृष्ण नगर कस्बा व थाना करारी बताया गया। तलाशी लेने पर तीनों अभियुक्तों के कब्जे से 1 लाख 95 हजार रुपए नगद दो अदद तमंचा 315 बोर और चार आदद जिंदा कारतूस पुलिस ने बरामद किया ।

लूट की घटना का खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक ने बताया कि उपरोक्त व्यक्तियों को पुलिस अभिरक्षा में लेकर बरामद रुपए के संबंध में कड़ाई से पूछताछ किया तब अभियुक्तों के द्वारा बताया गया कि दिनांक 10 जून 2024 को नगिया मई गांव के पास से स्टांप विक्रेता के साथ लूट और दिनांक 30 मई 2024 को थाना मंझनपुर क्षेत्र के कैनी गांव मोड़ के पास बैंक से रुपए लेकर जा रही महिला के साथ लूट की घटना की गई थी। लूट से संबंधित शेष रुपए के बारे में पूछने पर अभियुक्त समीर द्वारा बताया कि गांव भड़ेहरी के पास जंगल में छुपा कर रुपए रखा है। अभियुक्तों के द्वारा बताए जाने पर पुलिस अभियुक्त को लेकर भड़ेहरी गांव पहुँची जहां पर अभियुक्त बबूल के जंगल के बीच आगे आगे चलकर गड्ढे में छुपाए हुए बैग को झुक कर उठाते हुए बैग में पहले से रखे लोडेड अवैध असलहे को निकालकर पुलिस टीम पर फायर कर दिया। इससे पहले कि पुलिस कुछ समझ पाती वह रुपए से भरा बैग को लेकर भागने लगा। जिस पर पुलिस टीम द्वारा आत्मसमर्पण हेतु कहा गया परंतु अभियुक्त भागते हुए पुलिस पर फायर करने की कोशिश की। इस पर पुलिस टीम द्वारा अपना बचाव करते हुए आत्मरक्षा के लिए फायर किया गया। जिससे अभियुक्त समीर घायल होकर जमीन पर गिर गया पुलिस ने नजदीक जाकर देखा तो उसके दाहिने पैर से खून निकल रहा था। उसे हिरासत में लेकर पुलिस ने उपचार के लिए जिला अस्पताल मंझनपुर में भर्ती कराया तथा उसके पास से एक अदद तमंचा 315 बोर और एक अदद कारतूस और खोखा 1 लाख 74 हजार नगद रुपए कुल 3 लाख 69 हजार रुपए पुलिस ने बरामद किया। अभियुक्त की गिरफ्तारी करने वाली टीम को उत्साहवर्धन हेतु पुलिस अधीक्षक के द्वारा 25 हजार रुपए के नगद पुरस्कार से पुरस्कृत किया गया ।

पुलिस के अनुसार लूट की घटना में शामिल अभियुक्त समीर आलम का आपराधिक इतिहास मुकदमा संख्या 85/ 19 धारा 147 /323/ 504 थाना मंझनपुर में, मुकदमा संख्या 32/ 23 धारा 354/ 354 डी, 323 /341 506 व 3(1) एस /3(2)5ए एससी /एसटी थाना मंझनपुर /मुकदमा संख्या 424 / 22 धारा 323/ 504 /504/ 384 /308  थाना मंझनपुर मुकदमा संख्या 561/ 22 धारा 323/ 504/ 506/ 341 30 8 थाना मंझनपुर में पंजीकृत है। अभियुक्तों को गिरफ्तार करने वाली टीम एसओजी प्रभारी उप निरीक्षक सिद्धार्थ सिंह प्रमोद कुमार विश्वकर्मा, मनोज कुमार यादव, हेड कांस्टेबल विजय कुमार सिंह, सरताज अहमद, मनीष कुमार, विवेक कुमार यादव, अजय यादव, विनय कुमार, मोहित कुमार, प्रभारी निरीक्षक सैनी जयचंद कुमार शर्मा, उप निरीक्षक धीरेंद्र सिंह, अजय कुमार, संदीप कुमार, पंकज कुमार, प्रभारी निरीक्षक मंझनपुर संतोष कुमार शर्मा, उप निरीक्षक हनुमान प्रताप सिंह, प्रदीप कुमार, मोहम्मद आरिफ, कांस्टेबल अंशु यादव, कांस्टेबल अमित कुमार ने तीनों अभियुक्तों को गिरफ्तार कर न्यायालय भेज दिया है ।

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