रिपोर्ट- ईश्वर दीन साहू
प्रयागराज : जनपद में शुक्रवार को वर्ड टीबी डे यानि विश्व क्षय रोग दिवस पर विभिन्न कार्यक्रम होंगे। इस संबंध में गुरुवार को जिला क्षय रोग डॉ एके तिवारी ने एक प्रेस वार्ता संबोधित की। उन्होंने बताया कि विश्व क्षय रोग दिवस की पूर्व संध्या पर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ आशु पाण्डेय के नेतृत्व में कैंडल मार्च निकाली गई। यह कैन्डल मार्च आयोजन सुभाष चौराहा सिविल लाइन से शुरू कर हॉट स्टफ़ चौराहा होकर पुनः सुभाष चौराहा पर संपन्न हुई। उन्होंने कहा कि टीबी को छिपाए नहीं बल्कि इसका इलाज करें। टीबी पूरी तरह से ठीक होने वाली बीमारी है। रोगी से भेदभाव नहीं बल्कि प्यार और सहयोग दें। मार्च के दौरान स्वास्थ्य टीम ने लोगों को क्षय रोग के प्रति जागरूक किया। जनपदस्तरीय टीबी कार्यक्रम की प्रगति डॉ ए.केतिवारी | डॉ तिवारी ने बताया कि जनपद में एक जिला क्षयरोग केन्द्र कुल 35 टी०यू० ( ट्रीटमेण्ट यूनिट) स्थापित है। उन्होंने कहा कि जनपद में कुल 05 सीबीनॉट साईट है जोकि (जिला क्षयरोग नियंत्रण केन्द्र, राजकीय क्षयरोग चिकित्सालय, तेलियरगंज, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, कोटवा एट बनी, करछना, स्वरूप रानी नेहरू चिकित्सालय) संचालित हो रही है। जहां पर टी0बी0 के मरीजों की जांच की जाती है। उन्होंने कहा कि कुल 13 टूनॉट साईट (सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, चाका, जसरा, शंकरगढ़, मेजा, माण्डा, कोरांव, धनूपुर, फूलपुर, प्रतापपुर, कौड़िहार, सोरांव, बहरिया एवं मण्डलीच चिकित्सालय, एम० एल०एन०, प्रयागराज) संचालित हो रही है। जहां पर टीबी के मरीजों की जांच की जाती है। जनपद में दो एनडीआरटीबी सेंटर (राजकीय क्षयरोग चिकित्सालय, तेलियरगंज, स्वरूप रानी नेहरू चिकित्सालय परिसर में) स्थापित है | जहां पर एमडीआर व एक्सडीआर मरीजों का विभिन्न प्रकार की जांच एवं उपचार नियुक्त चिकित्सक द्वारा उपचार प्रदान किया जाता है। उन्होंने कहा कि 46 डिजिग्नेटेड माइक्रोस्कोपिक संचालित। जहां पर टीबी के मरीजों की माइक्रोस्कोपिक जांच की जाती है। तथा क्षय रोग ग्रसित मरीजों को निक्षय पोषण योजना के अन्तर्गत 500 रुपयें प्रतिमाह डीबीटी के माध्यम से दिया जाता हैं। वर्ष 2022 में कुल 12393 क्षय मरीजों को रू0 3,08,11,000/- का भुगतान डीबीटी के माध्यम से प्रदान किया गया। टीबी के मुख्य लक्षण जैसे दो सप्ताह से ज्यादा खांसी, 2 सप्ताह से ज्यादा बुखार, वजन का कम होना, रात्रि में पसीना आना, बलगम में खून आना एवं एक महीने ज्यादा सीने में दर्द। टीबी Microbacteriam Tuberculosis के कारण फैलती है व जिस भी व्यक्ति को टीबीकी बिमारी हो वह व्यक्ति उपचार समाप्त होने तक नियमित रूप से मास्क का प्रयोग करें एवं खांसते समय अनिवार्य रूप से मुँह पर रूमाल जरूर रखे व मरीज अगर कहीं बाहर थूकता है तो वह किसी बहते नाली में थूके, या कहीं इधर उधर थूकता है तो थूकने के उपरान्त उस थूक पर मट्टी डाल दे। क्योंकि एक टीबी का मरीज 10-15 मरीज बना सकता है। वर्ष 2022 में कुल 15449 नोटिफाईड मरीज हुये जिसमें से 459 मरीज एम०डी०आर० के पाये गये। जनवरी-2023 से 22 मार्च - 2023 तक कुल 3179 मरीज नोटिफाईड हुयें। जिसमें से कुल 93 एमडीआर के मरीज उपचार पर है।
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