रिपोर्ट-जैगम हलीम
जिससे वह उसे पर कोई कार्यवाही करने को तैयार नहीं है लेखपाल के द्वारा बताई गई एक ऑडियो रिकॉर्डिंग भी वायरल हुई है जिसमें हल्का लेखपाल ने बताया कि 20 लाख रुपए में सौदा किया गया है, इससे साफ जाहिर हो रहा है कि तहसील के जिम्मेदार अधिकारी और स्थानीय पुलिस फिर से जिहरे हत्याकांड और देवरिया जैसी वारदात को जन्म देना चाहती हैं, अवैध प्लाटिंग की खबर प्रकाशित करने पर इससे पहले भी एक पत्रकार का भूमाफिया द्वारा अपहरण किया जा चुका है जिसमें दर्ज मामला दर्ज होने के बाबत भी पुलिस की मिली भगत से आरोपी की अभी तक गिरफ्तारी नहीं की गई है, कई बार तहसील से लेकर जिले तक पूर्व प्रधान और सैकड़ो ग्रामीणों ने धरना प्रदर्शन भी किया लेकिन जिम्मेदार के कान में जू तक नहीं रेंग रही है ।
जिम्मेदारों के लापरवाही और घूसखोरी के चलते इस भूमि पर खूनी संघर्ष हो सकता है समय रहते अगर जिला प्रशासन ने कोई सख्त कदम नहीं उठाया तो मनबढ़ भूमाफिया किसी भी तरह की घटना को अंजाम देने में कोई कोर कसर नही छोड़ेगा, क्योंकि भूमाफिया का नाम भी माफिया अतीक के गुर्गों के साथ आया करता था भूमाफिया ने इसी तरह कई जगह अवैध प्लाटिंग और करोड़ों की चल अचल संपत्ति अतीक गैंग के सम्पर्क में आकर बना रखी है, ऐसे अवैध प्लाटरों की अगर जांच कराई जाए तो इनकी अवैध कमाई का काला चेहरा सामने आना तय है ।
0 Comments