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जानिए कौन थी वो अंग्रेजन स्वतंत्रता सेनानी, जिसे चुना गया था कांग्रेस की पहली महिला अध्यक्ष...

ब्यूरो रिपोर्ट-सुरेश सिंह 


लखनऊ : ब्रिटिश काल में गुलाम भारत की हकीकत से सभी परिचित हैं और यह भी जानते हैं कि हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने किस तरह से अपना बलिदान देकर अंग्रेजों से आजादी को हासिल किया है, आजादी की इस लड़ाई में कई अंग्रेजों को भी भुलाया नहीं जा सकता क्योंकि उन्होंने भी भारतीय के साथ मिलकर उनकी आजादी के लिए अपने ही हुक्मरानों के विरुद्ध खड़े हुए थे, उन्हीं अंग्रेजी सभ्यता से ताल्लुक रखने वाली एक एनी बेसेंट नाम की अंग्रेजन ने भी ब्रिटिश सरकार के खिलाफ विद्रोह किया था जिसे खिलाफत करने पर वर्ष 1917 में गिरफ्तार करके जेल में डाल दिया था यही वो पहली महिला हैं जिन्हें भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का अध्यक्ष चुना गया था, बताया जा रहा है कि 1931 में वह भारत में बीमार पड़ गई थी और 20 सितंबर 1933 को 85 वर्ष की आयु में अडयार मद्रास के प्रेसीडेंसी उस समय के ब्रिटिश भारत में उनकी मृत्यु हो गई, एनी बेसेंट ही वो महिला है जिन्हें गैर भारतीय होते हुए भी स्वतंत्रता सेनानी का रुतबा हासिल है आज भी उन्हें इतिहास में नमन किया जाता है जानकारी के लिए आपको बताते चलें कि प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता और स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, लेखिका एनी बेसेंट का जन्म 1 अक्टूबर 1847 को लंदन में हुआ था, एनी 16 नवंबर 1893 को थियोसोफिकल सोसायटी के वार्षिक सम्मेलन में सम्मिलित होने भारत आई थी और इसके बाद से वह यही कि होकर रह गई ।

एनी बेसेंट ने ही 1898 में वाराणसी में सेंट्रल हिंदू कॉलेज की स्थापना किया था जो आगे चलकर काशी हिंदू विश्वविद्यालय की आधारशिला बन गया, इसी अंग्रेजन स्वतंत्रता सेनानी ने लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक के साथ मिलकर 1916 में ऑल इंडिया होम रूल लीग की शुरुआत की जिसके बाद 1917 में आपको गिरफ्तार कर लिया गया, जेल से रिहा होने के बाद इन्हें भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की अध्यक्षा के तौर पर चुना गया था 20 सितंबर 1933 को आपका निधन हो गया, आज भी जब भारत के स्वतंत्रता सेनानियों का नाम गिना जाता है तो एनी बेसेंट का नाम भी बड़े गर्व के साथ लिया जाता है ।

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