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हिन्दू संगठन से पुलिस की नोंकझोंक, महवाा गांव के हिन्दू परिवार पलायन को मजबूर...

रिपोर्ट-संदीप कुमार 


कौशाम्बी : सरकारी अमले की अनदेखी उदासीनता का शिकार मंझनपुर तहसील क्षेत्र का महवा गांव के हिंदू पहले से पलायन होते आए हैं स्थिति यह है कि बीते 10 वर्षों में इस गांव से 34 से ज्यादा हिंदू परिवार पलायन को मजबूर हो गए थे। जिन्होंने गांव छोड़ दिया था अब उन्हें एक बार दोनों समुदायों में तनाव के चलते हिंदू धर्म को मानने वाले गांव के लोग दहशत में है। मामले को लेकर हिंदू संगठन के लोगों ने पश्चिम शरीरा थाने में धरना प्रदर्शन कर विरोध करना शुरू कर दिया है। संगठन के लोग थाने के गेट पर धरना देकर बैठ गए हैं पुलिस के लोगों से काफी नोकझोंक हुई है। हिंदू समाज के 34 परिवारों के पलायन के बाद भी प्रशासन की अनदेखी का शिकार मंझनपुर तहसील क्षेत्र के जाफरपुर महवा का हिंदू समाज हो रहा है। बीते दिनों मंदिर के जमीन पर अवैध कब्जे को लेकर हिंदू धर्मावलंबी विरोध कर रहे थे। इसके बाद यहां के वर्ग विशेष के लोगों ने फतवा जारी करके हिंदू धर्म के मानने वाले लोगों को खेतों में पानी देने से मना कर दिया था यही नहीं इन लोगों ने गांव में हिंदू दुकानदारों के यहां से सामान खरीदना भी बंद कर दिया। मामले में उप जिला अधिकारी व नायब तहसीलदार ने विरोध की ओर दरवाजा खुलवा दिया जबकि दोनों पक्ष इस बात के लिए भी राजी थे कि उधर दरवाजा नहीं खुलेगा। जबकि  एक बार फिर दरवाजा खुलवा दिया इस बात को लेकर फिर से एक बार गांव में हिंदू धर्म के मानने वालों के बीच में दहशत है ।

गांव से पलायन करने वालों में गुलाब, हरिश्चंद्र, सुनील, कल्याण, शंकर, बबलू, ईश्वर, मोहन, दिनेश, रामचंद्र, रामबाबू, रमेश, केदार, विवेक, रोशन, कल्लू, बलि, लखन बाधिक, फूल चन्द्र चौधरी, लल्लू, हीरा, संतोष, रघुवीर, महावीर, राजकुमार, नरोत्तम, सुरेश चंद्र, नगरों बधिक, कैलाश, मुरारी, गिरधारी लाल, बलबीर, बेचू स्वर्णकार बिंदु जैसे 34 परिवार अब तक घर छोड़ चुके हैं। मौजूदा तनाव में पुलिस की हिंदुओं पर उत्पीड़नात्मक कार्यवाही के चलते पुनः एक बार भी फिर से यहां से हिंदुओं का पलायन हो सकता है। विश्व हिंदू परिषद ने के लोगों ने इन मामलों के लिए स्थानीय पुलिस और प्रशासन को दोषी बताया है ।

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