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मदरसे में चल रही थी नकली नोट छापने की फैक्टरी, डेढ़ लाख नकली नोट के साथ चार गिरफ्तार...

ब्यूरो रिपोर्ट-सुरेश सिंह 


प्रयागराज : जनपद में सिविल लाइन पुलिस को एक बड़ी कामयाबी मिली है। जहां पुलिस ने शहर के अतरसुइया इलाके के एक मदरसे में नकली नोट छापने की फैक्टरी का भंडाफोड़ कर दिया है। यह खेल मौलवी की देखरेख में चल रहा था। पुलिस ने मौलवी समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार कर डेढ़ लाख रुपये नकली नोट बरामद किया है। बुधवार को आरोपियों को पुलिस ने मीडिया के सामने पेश किया। बताया जा रहा है कि यह धंधा काफी दिनों से चल रहा था। यहां से नकली नोट छापकर कई स्थानों पर सप्लाई की जा रही थी। अतरसुइया इलाके में स्थित मदरसा जामिया हबीबिया मस्जिद-ए-आजम में नकनी नोट छापने की फैक्टरी चल रही थी। मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने छापा मारा तो खलबली मच गई। पुलिस ने मौके से डेढ़ लाख रुपये नकली नोट बरामद करते हुए मौलवी मोहम्मद तफ्सीरुल समेत उसके गिरोह के सदस्य मोहम्मद अफजल, मोहम्मद शाहिद और आफरीन को गिरफ्तार कर लिया। मौलवी तफ्सीरुल मूल रूप से उड़ीसा का रहने वाला है। गिरोह का सरगना जहीर खान भी उड़ीसा में मौलवी के ही गांव का रहने वाला है ।

प्रेस वार्ता के दौरान पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्तो में से अभियुक्त जाहिर खान उपरोक्त द्वारा मदरसे में कलर प्रिंटर जो दुकान से खरीदा था जिसके सहारे योजनाबद्ध तरीके से 100-100 के नकली नोट छापकर अगल बगल के क्षेत्रों में संचालित किया जाता है। उपरोक्त कार्य पिछले 2-3 महीनों से किया जा रहा था पकड़े गये अभियुक्तगणों द्वारा बताया गया कि तीन नकली नोटों के एवज में एक असली नोट लिया जाता है। उपरोक्त कार्य में मदरसे के कार्यवाहक प्रिन्सिपल (मौलवी) मोहम्मद तफसीरूल आरीफीन द्वारा सहयोग किया जाता है। उक्त कार्य से अभियुक्तगणों की आजीविका चलती है। इस प्रकार अभियुक्तगणों द्वारा योजनाबद्ध तरीके से नकली नोटों की छपायी का कार्य किया जाता है। अभियुक्तगणों द्वारा 100 रुपये के ही नकली नोट बनाये जा रहे थे क्योंकि 100 रुपये को बाजार में आसानी से चलाया जा सकता है ।

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