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महाकुंभ की तैयारियों को लेकर गंभीर न होने पर हटाये गये डीएम, पीडीए वीसी...

रिपोर्ट- ईश्वर दीन साहू


प्रयागराज : शासन ने करीब दो दर्जन आईएएस अफसरों को बीती रात नयी तैनाती दी है। इसमें कई आईएएस को जहां अच्छी तैनाती मिली है वहीं दो आईएएस को डिमोट किया गया है क्योंकि वह दोनों अफसर महाकुंभ -2025 की तैयारियों को लेकर जरा भी गंभीर नहीं थे। इसमें जिलाधिकारी प्रयागराज नवनीत सिंह चहल को प्रयागराज जैसे जिले से डिमोट करके आजमगढ़ का डीएम बनाया गया है। दूसरे आईएएस अरविन्द कुमार चौहान है जो प्रयागराज विकास प्राधिकरण प्रयागराज (पीडीए)के उपाध्यक्ष और प्रभारी संभागीय खाद्य नियंत्रक प्रयागराज मण्डल (आरएफसी) थे, इनको डिमोट करके शामली जिले का डीएम बनाया गया है। सबसे ज्यादा अवैध निर्माण दिन-रात हो रहा है लेकिन पीडीए के अफसर आपस में लड़ते रहे। अब प्रयागराज के कमिश्नर विजय विश्वास पंत पर भी तबादले की तलवार लटक रही है क्योंकि वह भी महाकुंभ -2025 की तैयारियों को लेकर गंभीर नहीं है, क्योंकि महाकुंभ के अधिकांश कार्य पिछड़े हुए हैं और उन सभी कार्यो की बराबर मानीटरिंग नहीं हो पा रही है। महाकुंभ के तैयारियों के दौरान नगर निगम और प्रयागराज विकास प्राधिकरण का काम सबसे पिछड़ा हुआ है जिसके महाकुंभ तक पूरा होने की संभावना नहीं है। प्रयागराज के निवर्तमान डीएम नवनीत सिंह चहल और पीडीए वीसी अरविन्द सिंह चौहान पर आरोप था कि यह लोग महाकुंभ 2024 - 2025 की तैयारियों को लेकर गंभीर नहीं थे। निवर्तमान डीएम नवनीत सिंह चहल महाकुंभ की तैयारियों को लेकर फील्ड में बहुत कम निकलते थे तो वहीं पीडीए वीसी अरविन्द सिंह चौहान अपनी विवादित कार्यशैली, डिशीजन समय से न लेने, वरिष्ठ अफसरों और जूनियर अफसरों से विवाद एवं महाकुंभ के कार्यों की ठीक से मानीटरिंग न कर पाने की वजह से पीडीए के वीसी पद से हटा दिए गये है। करीब छह माह पूर्व एक महिला द्वारा वीसी के चैम्बर में शादी को लेकर जमकर हंगामा हुआ था जिसकी रिपोर्ट प्रशासन और पुलिस के वरिष्ठ अफसरों ने शासन को भेज दिया था। निवर्तमान पीडीए वीसी करीब चार वर्ष वीसी के पद पर थे लेकिन आम पब्लिक के लिए नये फ्लैट बनाना या नयी योजना शुरू करने  के लिए जमीन अधिग्रहण नहीं कर पाये जो कि इनकी सबसे बड़ी विफलता थी। शासन के सीधे हस्तक्षेप पर माफिया अतीक अहमद के कब्जे वाले लूकरगंज में जमीन पर गरीबों के 75 फ्लैट बने थे लेकिन उसमें भी पीडीए वीसी नहीं बल्कि पुलिस, प्रशासन के अफसरों ने खड़े होकर वहां निर्माण कराया था। सबसे ज्यादा अवैध निर्माण पीडीए वीसी अरविन्द सिंह चौहान के कार्यकाल में दिन-रात हो रहा था लेकिन अफसर बंदरबांट को लेकर आपस में लड़ते रहे।वरिष्ठ आईएएस अधिकारी आगरा के डीएम भानुचन्द्र गोस्वामी के कद में बढ़ोतरी हुई है। उनको प्रदेश के सबसे प्रमुख पद राहत आयुक्त के पद पर तैनाती दी गयी है। इस पद पर पहले आईएएस जीएस नवीन कुमार तैनात थे लेकिन शासन उनकी कार्यशैली से नाराज़ चल रहा था। प्रदेश के नवनियुक्त राहत आयुक्त भानुचन्द्र गोस्वामी सुल्तानपुर निवासी हैं। वह 2009 बैच के वरिष्ठ आईएएस है। भानुचन्द्र गोस्वामी एक व्यवहार कुशल, ईमानदार, आम लोगों के हित में काम करने वाले और दबंग आईएएस अफसर हैं। जो जौनपुर, प्रयागराज और आगरा जैसे महत्वपूर्ण जिलों में डीएम और प्रयागराज विकास प्राधिकरण प्रयागराज के वीसी थे। आज प्रयागराज शहर की जो अतिक्रमण मुक्त चौडी सड़कें, सजे हुए चौराहे, गलियां, फुटपाथ, डिवाइडर और सुंदर वाल पेंटिंग से सजी शहर की बिल्डिंग है वह सब भानुचन्द्र गोस्वामी की देन थी। शहर की सड़को को अतिक्रमण मुक्त कराने के लिए सड़को के बीच, किनारे और चौराहों पर स्थित 200 से ज्यादा अवैध धार्मिक निर्माणों को रातों रात ध्वस्त कराकर शानदार चौड़ी सड़कें बनवा दिया था। शहर में चार फ्लाईओवर का निर्माण कराया था। प्रयागराज के पूर्व डीएम भानुचन्द्र गोस्वामी ने शासन के निर्देश पर माफिया अतीक अहमद, माफिया अशरफ, माफिया विजय मिश्र और माफिया दिलीप मिश्र सहित तीन दर्जन माफियाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए उनकी बिल्डिंग्स को जहां ध्वस्त करवाया वहीं इन सभी माफियाओं के अवैध साम्राज्य पर जोरदार प्रहार करते हुए ध्वस्त कर दिया था।

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