रिपोर्ट-देवेन्द्र कुमार द्विवेदी
कौशाम्बी : जनपद में जिलाधिकारी श्री मधुसूदन हुल्गी द्वारा उदयन सभागार में उर्वरक वितिरण सम्बन्धी समीक्षा की गई। बैठक में जिलाधिकारी उर्वरक की बिक्री/स्टॉक के सम्बन्ध में सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त करते हुए अक्टूबर माह में डी0ए0पी0 उर्वरक के अधिक वितरण के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की। साधन सहकारी समिति-नेवादा, तिलगुड़ी, बिदांव एवं पुरखास के सचिव द्वारा उर्वरक-डी0ए0पी0 एवं एन0पी0के0 के वितरण में अनियमितता एवं नियमानुसार संचालन न करने की शिकायत प्राप्त होने पर जिलाधिकारी ने नाराजगी प्रकट करते हुए एफ0आई0आर0 दर्ज कराने के निर्देश सहायक निबन्धक एवं सहायक आयुक्त श्री राजेन्द्र कुमार को दियें। साधन सहकारी समिति-मंझनपुर के सचिव द्वारा अनियमितता बरतने एवं शासन की मंशा के अनुरूप कार्य करने की शिकायत प्राप्त होने पर जिलाधिकारी ने निलंबन की कार्यवाही करने के निर्देश दियें। जिलाधिकारी ने सहायक विकास अधिकारी सहकारिता-मंझनपुर, सरसवॉ, कौशाम्बी, चायल, नेवादा, सिराथू एवं कड़ा को डी0ए0पी0 एवं एन0पी0के0 के वितरण में लापरवाही बरतते हुए पाये जाने पर सभी का अग्रिम आदेशों तक वेतन रोकने के निर्देश दियें। उन्हांने कृषि एवं सहकारिता के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि छोटे कास्तकारों को वरीयता के आधार पर उर्वरक वितरण किया जाय, इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही या उदाशीनता क्षम्य नहीं होगी ।
उन्होंने कहा कि खतौनी एवं आधार कार्ड देखकर ही उर्वरक का वितरण किया जाय, जिससे किसानां को किसी भी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े। उन्होने सभी सहायक विकास अधिकारी सहकारिता को निर्देशित करते हुए कहा कि प्रतिदिन अपने-अपने विकास खण्ड के अन्तर्गत सभी समितियों का निरीक्षण करते हुए आख्या उपलब्ध करायें। उन्हांने कहा कि अक्टूबर माह में जिन किसानां द्वारा 20 बोरी से अधिक उर्वरक-डी0ए0पी0 एवं एन0पी0के0 क्रय किया गया है, उनका तत्काल सत्यापन कराकर फोटो सहित आख्या प्रेषित किया जाय। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी श्री अजीत कुमार श्रीवास्तव, उप कृषि निदेशक श्री सतेन्द्र कुमार तिवारी, जिला कृषि अधिकारी डॉक्टर संतराम, सहायक आयुक्त एवं निबंधक सहकारिता श्री राजेन्द्र कुमार सहित सभी सचिव एवं सहायक विकास अधिकारी उपस्थित रहें ।
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