रिपोर्ट- ईश्वर दीन साहू
नई दिल्ली : भारतीय जागृति मिशन के संस्थापक सुरेश गुप्ता ने विभिन्न राज्यों में हो रहे उत्पीड़न के मामलों को लेकर राष्ट्रपति भवन प्रधानमंत्री कार्यालय गृह मंत्रालय सूचना प्रसारण मंत्रालय एवं केंद्रीय विकास मंत्रालय में ज्ञापन सौंपते हुए संस्थापक ने कहा की भारतीय जागृति मिशन जमीनी स्तर पर गरीब शोषित पीड़ित वंचित के लिए बहुत तेजी से कार्य कर रही है। भारतीय जागृति मिशन लगातार चारपांच महीने से चिटफंड कंपनियों में जमा पैसे वापसी हेतु अलग-अलग राज्यों में अधिकार सम्मेलन हो रहा है। कैंप लगाए जा रहे हैं लोगों की समस्याओं को सुना जा रहा है।समस्याएं कई प्रकार की होती हैं घरेलू विवाद, जमीनी विवाद, दिव्यांग जनो की समस्याएं, चिटफंड कंपनियों में जमा पैसों की वापसी को लेकर भारतीय जागृति मिशन के पदाधिकारी हमेशा गरीबों की लड़ाई लड़ने के लिए तैयार रहते हैं और जितनी समस्याएं होती हैं वह सारी समस्याएं संबंधित पदाधिकारी तक पहुंचाते हैं और संस्था के संस्थापक, राष्ट्रीय अध्यक्ष, राष्ट्रीय प्रवक्ता, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष, राष्ट्रीय अध्यक्ष व्यापार संघ, राष्ट्रीय सचिव, राष्ट्रीय महामंत्री, राष्ट्रीय संगठन मंत्री सभी मिलकर उनकी समास्याओं की समीक्षा करते हैं और राष्ट्रीय अध्यक्ष पत्र जारी करते हुए वह पत्र दिल्ली के संबंधित कार्यालय में पहुंचाया जाता है। बहुत जल्द उस पत्र का जवाब आता है और उस पर कार्रवाई होती है क्योंकि संस्था के संस्थापक सुरेश गुप्ता और राष्ट्रीय अध्यक्ष साहू का कहना है कि हम रुकेंगे नहीं थकेंगे नहीं जब तक है दम तब तक समाज के लिए देश में हो रहे उत्पीड़न के लिए हम कार्य करते रहेंगे क्योंकि संस्था वचनबद्ध है हमें भारतीय जागृति मिशन को घर-घर तक लेकर जाना है एक जिले से यह कारवां शुरू हुआ था और आज यह भारत के 18 राज्यों में गरीबों की हक की लड़ाई भारतीय जागृति मिशन लड़ रही है। संस्थापक सुरेश गुप्ता का कहना है हम गरीबों से कुछ नहीं लेते हैं निशुल्क सेवा भाव से उनकी सेवा करते है, क्योंकि संस्था का नारा है नर सेवा नारायण सेवा हमें हर जाति हर धर्म के लिए लोगों के लिए कार्य करना है जो हम कर रहे हैं और जब तक जान है तब तक हम उनके लिए यह कार्य करते रहेंगे। संस्थापक सुरेश गुप्ता ने यह भी कहा कि हमारी संस्था के प्रत्येक पदाधिकारी अपने-अपने राज्य में अपने-अपने जिलों में जब भी कोई समस्या आती है तुरंत वह उसको संज्ञान में लेते हैं और उस पर कार्रवाई करते हैं लगातार गरीबों की हक की लड़ाई लड़ रहे हैं। झारखं, बिहार उत्तर-प्रदेश, मध्य प्रदेश आदि राज्यों में भारतीय जागृति मिशन "अधिकार सम्मेलन" कर रही है और सम्मेलन के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जा रहा है लोगों की समस्याएं भी सुनी जा रही है।
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