रिपोर्ट- ईश्वर दीन साहू
महाकुंभ नगर : आईसीसीसी मेला प्राधिकरण सभागार में उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, के वाईस चेयरमैन योगेंद्र डिमरी के निर्देशन में महाकुम्भ मेला के दृष्टिगत कई प्रकार की आपदा प्रबंधन की तैयारी को लेकर मॉक ड्रिल एक्सरसाइज के सम्बंध में बैठक आयोजित की गई। इस दौरान बताया गया कि आपातकालीन आपदा से निपटने के लिए आपदा टीम व पुलिस की एक संयुक्त मॉक ड्रिल की गई जिसमें एसडीएम स्तर के सेक्टर प्रभारी पुलिस उपाधीक्षक स्तर के पुलिस अधिकारी एनडीआरएफ एसडीआरएफ व मेडिकल टीम ने प्रतिभाग किया। मॉक ड्रिल में महाकुंभ मेला के अलग-अलग सेक्टर में जल दुर्घटना, आगजनी, रोल, ओवर, भगदड़, जैसी घटनाओं के समय त्वरित कार्यवाही हेतु बनाई गई टीमों ने संयुक्त अभ्यास किया। यह मॉक ड्रिल कुंभ मेला क्षेत्र में अलग-अलग स्थानों पर की गई थी, जिसकी निगरानी आई.सी.सी.सी. बिल्डिंग (मेला प्राधिकरण) में वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा की जा रही थी तथा इसके प्रबंधन का कार्य राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के वरिष्ठ सलाहकार ब्रिगेडियर अजय गंगवार (retiered) ने किया। जिसमें मंडलायुक्त प्रयागराज विजय विश्वास पंत, डीजी फायर अविनाश चंद्र एडीजी प्रयागराज जोन भानू भास्कर, एडीजी पीएसी सुजीत पांडेय, पुलिस आयुक्त प्रयागराज तरुण गाबा, आईजी रेंज प्रयागराज प्रेम गौतम, डीआईजी पीएसी राजीव नारायण मिश्रा, प्रभारी अतिरिक्त पुलिस आयुक्त डॉ0 अजय पाल, डीआईजी एनडीआरएफ मनोज शर्मा, प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर व पोजेक्ट एक्सपर्ट व अन्य अधिकारीगण मौजूद रहें।उपरोक्त मॉक ड्रिल के पश्चात वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा मॉक ड्रिल में रोल प्ले कर रहे अधिकारियों व कर्मचारियों की समीक्षा की गई व प्रतिक्रिया समयावधि को कम करके भगदड़, ड्राउनिंग, कैमिकल अटैक/ बायलोजिकल अटैक जैसी आपदाओं के लिये तैयार की गयी SOP में दिए गए निर्देशों का पालन करने के लिए कहा गया। मॉक ड्रिल एक्सरसाइज में होने वाली कमियों को देखा गया व पर्यवेक्षण अधिकारियों द्वारा मॉक ड्रिल के समय आने वाली समस्याओं के बारे में जानकारी करते हुए अन्य महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा की गई।पुलिस आयुक्त प्रयागराज तरुण गाबा द्वारा बताया गया की महाकुंभ मेला 2025 को सुरक्षित बनाने के लिए विभिन्न कदम उठाए जा रहे हैं जिसके क्रम में आपदा प्रबंधन को दृष्टिगत रखते हुए जल पुलिस फायर की टीम लोकल एडमिनिस्ट्रेशन एनडीआरएफ एसडीआरएफ एसडीएमए द्वारा मॉक ड्रिल की जा रही है, जिसमें भविष्य में मेले के दौरान किसी भी प्रकार की कोई आपदा जैसे ओवरक्राउडिंग की वजह से भगदड़, जल दुर्घटना एवं आगजनी जैसी घटनाएं होती है तो उनसे किस प्रकार निपटना है, एवम इस दौरान किस प्रकार की कमियां पाई जा रही है उसकी समीक्षा कर उनको दूर किया जा सके, ताकि मेले के दौरान यदि ऐसी स्थिति उत्पन्न होती है तो उस स्थिति से निपटने के लिए शीघ्रातिशीघ्र कार्यवाही की जा सके।
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