प्रयागराज : जनपद में सोरांव तहसील अंतर्गत नवाबगंज थाना क्षेत्र के हथिगहा में एसडीएम और एसीपी की मौजूदगी में दबंगों ने जमकर उपद्रव किया। पहले लाठी डंडों से पीड़ित गरीब के घर की महिलाओं बच्चों, बूढ़ों को पीटकर लहुलुहान कर दिया। फिर एसडीएम की मौजूदगी में उसके पुस्तैनी घर को आबादी में जबरन कब्जा बताकर गिरा दिया गया। पुलिस प्रशासन और दबंगों की इस तानाशाही में गरीब परिवार सड़क पर आ गया है। पीड़ित का आरोप है कि पहले उसके पूरे परिवार को मारा पीटा गया फिर उसके पूरे परिवार को स्थानीय पुलिस थाना उठा ले गई। इसी बीच एसडीएम और एसीपी गंगापार की मौजूदगी में उसका पूरा पुस्तैनी घर जेसीबी से गिरा दिया गया। जिसमें उसके घर गृहस्थी का सारा सामान मोटर साइकिल, टीवी पंखा सब मलबे में मिल गये। आरोप है कि शिकायत के बाद भी पुलिस दबंगों पर कोई कार्यवाही करने को तैयार नहीं है। अभी तक उसकी शिकायत को दर्ज नहीं किया गया है। पुलिस ने घायलों का मेडिकल तक कराना मुनासिब नहीं समझा। उन्हें थाना से डपट कर भगा दिया गया। पुलिस प्रशासन का ऐसा रवैया निराशा जनक है जिसके चलते पीड़ित परिवार दर दर की ठोकरें खाने पर मजबूर हो गया है।
एसडीएम, एसीपी और पार्षद पर लगा जेसीबी से जबरन घर गिराने का आरोप...
पीड़ित परिवार की शान्ती देवी पत्नी रामधन निवासिनी हथिगहां तहसील सोराव थाना नबाबगंज का कहना है कि माननीय उच्च न्यायालय इलाहाबाद रिट नम्बर 24674 सन 2024 श्रीमती शान्ती देवी बनाम स्टेट आफ यूपी में आबादी की भूमि संख्या 82 रकबा 0.230 हे0 स्थित मौजा हथिगहां तहसील सोराव प्रयागराज पर पारित आदेश दिनांक 21 अक्टूबर 2024 को आदेशित किया कि विपक्षी संख्या 3 जिलाधिकारी प्रयागराज उक्त आबादी की भूमि के बाबत पीड़िता के प्रत्यावेदन दिनांक 23-7-2024 के सन्दर्भ में आठ सप्ताह में युक्तियुक्त आदेश पारित करें। पीड़िता ने इसी संबंध में जन सुनवाई पोर्टल नम्बर 40017524056135 दिनांकित 10-11-2024 को शिकायती प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किया था। जिस पर दिनांक 29-11-2024 को उपजिलाधिकारी सोरांव नाराज होकर माननीय उच्च न्यायालय द्वारा पारित आदेश की अवहेलना करते हुये अपने टीम जिसमें सहायक पुलिस आयुक्त सोराव, प्रभारी निरीक्षक नबाबगंज एवं हथिगहां के पार्षद प्रमोद कुमार तथा पूर्व प्रधान राम कैलाश को लेकर हाईवे पर स्थित मंदिर में रखी हुई मुर्ति को उक्त आबादी की भूमि संख्या 82 में ले जाकर पीड़िता के विरोध के बावजूद जबरन रखा दिया। जिससे मौके पर तनाव उत्पन्न हो गया है। आरोप है कि वर्तमान पार्षद प्रमोद कुमार चुनावी रंजिश के कारण लगातार उसको क्षति पहुंचाने पर आमादा है। जिसके इशारे पर दबंगो द्वारा उपद्रव किया गया है और माननीय उच्च न्यायालय के आदेश का अनदेखी करते हुये अनुपालन नही किया गया।
पीड़ित परिवार की महिला शांति देवी ने जिले के उच्चाधिकारियों को प्रार्थना पत्र देते हुए मामले में न्योचित कार्यवाही कराने की गुहार लगाई है। पीड़िता का आरोप है कि पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में उसके घर के सदस्यों को लाठी डण्डों ये दबंगों द्वारा मारा पीटा गया है। जिसमें कई लोग लहुलुहान होकर घायल हुए हैं। कई बुजुर्गों के सर पर गंभीर चोटें आई हैं। अभी भी उनका इलाज निजी हॉस्पिटल में चल रहा है। इस सम्बन्ध में भी दबंगो के विरुद्ध प्रार्थना पत्र देने के बावजूद अभी तक पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया है। घायलों का मेडिकल परीक्षण भी नही कराया गया है। आरोप है कि पुलिस प्रशासन की मिली भगत से दबंगों ने उसके घर पर जेसीबी चला कर पूरा पुस्तैनी घर ढहा दिया है। घर के अंदर रखे सभी कीमती घर गृहस्थी का सामान सब मलबे में तब्दील हो गया है। पीड़िता का पूरा परिवार रोड आ गया है बीते 21 मार्च से लेकर अब तक इस मामले में आरोपियों के विरुद्ध पुलिस प्रशासन द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई है। अब पीड़ित परिवार ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर मामले कार्यवाही कराने की मांग किया है।
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