रिपोर्ट-राकेश मिश्रा
कौशाम्बी : जनपद में महामाया पालिटेक्निक ऑफ आईटी कालेज कठरा चायल में 2019 से 600 बच्चों की कैपिसिटी के लिए तैयार हुआ लेकिन अभी तक कालेज की व्यवस्था में कोई सुधार नहीं है। 600 बच्चों की कैपिसिटी वाले कालेज में 313 बच्चों का एडमिशन हुआ है लेकिन कालेज परिसर में मात्र 25 बच्चे ही पाए गए। जब प्रधानाचार्य अरविन्द सिंह पटेल से जानकारी ली गयी तो उन्होंने बताया की कालेज जंगल में बना हुआ है यहां पर रास्ते की दिक्कत है। सबसे बड़ी बात यह है की इस कालेज पर कौशाम्बी जिले के जिम्मेदारो की नजर नही पड़ रही है। कालेज परिसर में छात्रावास भी बना हुआ है लेकिन छात्र कालेज परिसर में रहना मुनासिब नहीं समझ रहे हैं और बाहर किराए का कमरा लेकर रह रहे हैं सरकार की मनसा के अनुरूप बड़े-बड़े महानगरों में पॉलिटेक्निक कॉलेज खोला गया है।
जिसमें बच्चों को 3 वर्ष का टेक्निकल कोर्स जैसे केमिकल इंजीनियरिंग, पेंट टेक्नोलॉजी, मकैनिकल इंजीनियरिंग का तीन वर्ष का कोर्स कराया जाता है। लेकिन कौशाम्बी जिले के कठरा में बना महामाया स्कूल अवस्था का शिकार हो रहा है। यहां की स्थिति बहुत ही खराब नजर आ रही है 2019 से चालू हुए पॉलिटेक्निक कॉलेज में बच्चों की उपस्थिति 25 पाई गई। जब प्रधानाचार्य अरविंद सिंह पटेल से जानकारी ली गई तो उन्होंने बताया कि टोटल बच्चों का एडमिशन 313 है। जबकि 313 विद्यार्थियों मे सिर्फ कॉलेज के क्लास रुम में 25 बच्चे उपस्थित पाए गए।
पॉलिटेक्निक कॉलेज में आउटसोर्सिंग मिला कर 32 स्टाफ है। वहीं मौके पर स्टाफों की संख्या न के बराबर देखी जाती है कालेज परिसर में लैब स्टेबलस नही है लैब स्टेबलस नही होने के कारण छात्रों को पढ़ने में दिक्कत होती है। इस संबंध में जिलाधिकारी मधुसूदन हुल्गी का कहना है कि कॉलेज में हो रही अवस्थाओं की जानकारी उन्हें नहीं है इस विषय पर जांच कराकर नियमानुसार कार्यवाही की जायेगी। कॉलेज की कमियों को पूरा कराया जायेगा। लापरवाही करने वालों पर दंडात्मक कार्यवाही की जायेगी।
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