लखनऊ :- महाराणा प्रताप, मेवाड़ के राजा, अपने साहस और स्वतंत्रता की भावना के लिए जाने जाते हैं। हल्दीघाटी की लड़ाई में उन्होंने मुगलों से वीरता से सामना किया और अंतिम सांस तक आत्मसमर्पण नहीं किया। उनका घोड़ा चेतक आज भी वीरता का प्रतीक माना जाता है।
छत्रपति शिवाजी महाराज की रणनीति...
मराठा सम्राट शिवाजी ने मुगल साम्राज्य के खिलाफ एक सशक्त राज्य की नींव रखी। उनकी गुरिल्ला युद्ध नीति और कूटनीति के लिए उन्हें इतिहास में अद्वितीय स्थान प्राप्त है। उन्होंने हिंदवी स्वराज्य की स्थापना की और जनता का भरोसा जीता।
रानी लक्ष्मीबाई की शौर्यगाथा...
झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई 1857 की क्रांति में अंग्रेजों के खिलाफ लड़ीं। उनकी वीरता, तलवारबाज़ी और बलिदान ने उन्हें भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की अग्रणी महिला बना दिया। उनका नारा – “मैं अपनी झाँसी नहीं दूँगी” आज भी गर्व का प्रतीक है।
वीर सुभाष चंद्र बोस...
नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने ‘आजाद हिंद फौज’ का गठन कर ब्रिटिश सत्ता को चुनौती दी। उनका नारा “तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आज़ादी दूँगा” आज भी युवाओं को प्रेरित करता है।
इतिहास की प्रेरणा...
भारत के वीर योद्धाओं की कहानियाँ केवल बीते युग की गाथाएँ नहीं हैं, बल्कि आज के युग के लिए भी मार्गदर्शन हैं। इनसे हमें न केवल देशभक्ति की सीख मिलती है, बल्कि आत्मबल और संघर्ष की भी प्रेरणा मिलती है। TB News ऐसे ऐतिहासिक योद्धाओं की गाथाओं को आप तक लाता रहेगा।
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